माँ पर कविता!!poem with action!! Mother's day poem in hindi!!
मैं छोटा सा इक बच्ची थी
तेरी ऊँगली थाम के चलता थी
तू दूर नजर से होती थी
मैं आंसू आंसू रोती थी.
इक ख्वाबों का रोशन बस्ता
तू रोज मुझे पहनाती थी
जब डरती थीं मैं रातों में
तू अपने साथ सुलाती थी..
माँ तुने कितने बरसों तक
इस फूल को सींचा हाथों से
जीवन के गहरे भेदों को
मैं समझी तेरी बातों से..
मैं तेरे हाथ के तकिए पर
अब भी रात को सोती हूँ
माँ मैं छोटा सा इक बच्ची
तेरी याद में अब भी रोती हूँ..
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